Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Sep, 2017 09:29 AM
केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह को अपने उम्र-दराज होने और इसके राजनीतिक नतीजे अभी से नजर आने लगे हैं।
जींद/पानीपत (जसमेर मलिक):केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह को अपने उम्र-दराज होने और इसके राजनीतिक नतीजे अभी से नजर आने लगे हैं। उन्हें अब केंद्र में अपना मंत्री पद साल-2 साल का ही लगने लगा है। बीरेंद्र सिंह ने नरवाना में पत्रकारों से बातचीत में यह सब कहा। वह नरवाना में भाजपा के किसान जमावड़े को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल पूरे वैज्ञानिक आधार पर कर रहे हैं। कलराज मिश्र ने उम्र ज्यादा होने के कारण इस्तीफा दिया है।
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अब वह केंद्र में सबसे ज्यादा उम्र के मंत्री हैं। साल-2 साल में उनकी भी छुट्टी हो सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर बीरेंद्र सिंह ने साफ किया कि सोनिया गांधी ने उनसे केवल सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रकरण को लेकर चर्चा की। नरवाना की रैली में आने को लेकर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह बीमार थे। उनके विरोधियों ने इसे लेकर कई तरह की अफवाहें फैलानी शुरू कर दीं। पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा ने फोन कर उनका हाल पूछा तो उन्होंने हुड्डा को यह कहा कि अभी कई साल मरने वाला नहीं हूं। उन्होंने कहा कि किसान की हालत यह हो गई है कि क्या नंगी नहाए, क्या निचोड़े। इसका समाधान भी बीरेंद्र सिंह ने बताते हुए कहा कि जिस किसान के 2 बेटे हैं, उनमें से केवल एक को खेती में लगाया जाए। दूसरे को जो भी दूसरा काम मिले, वह वही करे। तब जाकर किसान की बात बन सकती है।
शेखकर कमेटी की 56 सिफारिशें ने मानीं
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्रालय में आर्मी का पुनर्गठन करने के लिए रिटायर्ड लैफ्टिनैंट जनरल शेखकर के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी की 99 सिफारिशों में से 56 को सरकार ने मान लिया है। विश्व में भारत की चौथी सबसे बड़ी सेना है। इसमें से 25 प्रतिशत फोर्स छोटे-मोटे काम करती है। इसलिए उनके सभी काम निजी कंपनियों को दिए जाएंगे, ताकि वहां से फ्री हुई फोर्स मैदान में काम आए।