Edited By Punjab Kesari, Updated: 12 Feb, 2018 10:29 PM
जींद केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह का मानना है कि पिछले साल हुए जाट आरक्षण आंदोलन के बाद सरकार और अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बीच जो समझौता हुआ था, उसकी तमाम बातों...
जींद(सुनील मराठा): जींद केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह का मानना है कि पिछले साल हुए जाट आरक्षण आंदोलन के बाद सरकार और अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बीच जो समझौता हुआ था, उसकी तमाम बातों को लागू करने में इतना समय नहीं लगना चाहिए था। इस देरी के कुछ कारण रहे और वह रविवार रात सरकार तथा संघर्ष समिति के बीच हुई बातचीत में सामने आए।
फिर इस तरह की देरी नहीं हो, इसके लिए प्रदेश सरकार को कहा गया है। 15 फरवरी को जींद में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली से पहले रविवार रात दोनों पक्षों के बीच समझौते के बाद संघर्ष समिति की जींद में समानांतर रैली और ट्रैक्टर-ट्राली यात्रा रद्द होना पूरे प्रदेश के हित में है।
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह से जब रविवार रात दिल्ली में सरकार और जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बीच हुए समझौते में उनके गारंटर होने को लेकर सवाल किया गया तो उनका कहना था कि वह किसी भी पक्ष के गारंटर रविवार रात हुए समझौते में नहीं हैं। वह तो केवल ऐसे पंडित हैं, जो इस तरह के मामलों में क्रियाकर्म करवाते हैं।
उन्होंने कहा की प्रदेश में होर रहे बार बार आंदोलन और हिंसा पर वीरेंदर सिंह ने कहा की हरियाणा पुलिस की मानसिकता केवल नौकरी पाने की है और कार्यशैली कमजोर है इसलिए पुलिस ट्रेनिंग स्कूल खोलने चाहिए।