Edited By Updated: 13 Apr, 2017 11:38 AM
महिलाओं में काम करने का जज्बा हो तो वे किसी भी कार्य को हिम्मत व ताकत से कर सकती है। आज की महिलाएं पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके बराबर
हिसार(विनोद सैनी):महिलाओं में काम करने का जज्बा हो तो वे किसी भी कार्य को हिम्मत व ताकत से कर सकती है। आज की महिलाएं पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके बराबर का काम कर सकती है। ऐसी ही एक महिला सुनीता जिसने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करते हिसार में पिंक आटो चलाने की अनूठी पहल की है। जानकारी के अनुसार हिसार की रहने वाली सुनीता ने बताया कि वह पिछले 11 सालों से कड़ी मेहनत कर रही है। अब उसने आटो चलाने कर अपने परिजनों का पालन पोषण करनेे का निर्णय लिया है। उनके आटो चलाने से महिलाओं की झिझक मिटेगी और उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा। महिला चाहे तो कोई भी कार्य कर सकती है। सुनीता ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि महिलाएं आज अपने आप को कमजोर न समझें।
हिसार की पहली पिंक आटो चालक सुनीता ने बताया कि मेरे इस कार्य करने को लेकर मेरा बडा भाई आज भी मुझ से नाराज है। मेरी एक अखबार में फोटो छपने के बाद मेरे फूफा कई सालों बाद मुझे से मिलने के लिए पहली बार मेरे घर आए। उन्होंने मुझे आर्शीवाद दिया। सुनीता ने कहा कि हमारे गांव में लड़कियां आज भी बाइक नहीं चलाती परंतु उसकी भतीजी जागरुक होकर बाइक चलाना सिख गई है। मैंने किसी भी कार्य करने में आज तक हार नहीं मानी। सुनीता ने बताया कि उसने अपने पिता को खिलौने बनाना सिखाया है। उनके पिता ये खिलौने राजस्थान के गुगामेडी मेले में बेचने जाते थे। सुनीता ने कहा कि उनके तीन बच्चे हैं
डीएसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि हिसार में पिंक आटो के तहत शुरुवात हुई है और सुनीता ने हिसार में पहली बार आटो चलाया है। अन्य जिलों में भी पिंक आटो मुहिम शुरु हो चुका है परंतु हिसार जिले में अब शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि अगर महिला आटो चालाक के कार्य को करना चाहती हैं तो वह अपना लाइसैंस बनवा कर कार्य कर सकती है। अगर महिला आटो चलाती है तो महिलाएं आटों में बैठने में झिझक नहीं करेगी और अपने आप भी सुरक्षित महसूस करेगी।