Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Dec, 2017 04:16 PM
सरकारी एंबुलेंस सेवा ठप्प होने से सरकार पर भले ही कोई असर नहीं हुआ हो लेकिन एक गर्भवती को इसका खामियाजा जरूर भुगतना पड़ा है। एंबुलेंस सेवा के अभाव में गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर वक्त पर अस्पातल नहीं पहुंचाया जा सका। जैसे तैसे किसी प्राइवेट वाहन...
हिसार(विनोद सैनी): सरकारी एंबुलेंस सेवा ठप्प होने से सरकार पर भले ही कोई असर नहीं हुआ हो लेकिन एक गर्भवती को इसका खामियाजा जरूर भुगतना पड़ा है। एंबुलेंस सेवा के अभाव में गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर वक्त पर अस्पातल नहीं पहुंचाया जा सका। जैसे तैसे किसी प्राइवेट वाहन में उसे जब नागरिक अस्पताल में लाया गया तो रास्ते में ही उसने कार में बच्चे को जन्म दे दिया। दुख की बात तो यह है कि बच्चे को बचाया नहीं जा सका। इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार में सरकार की स्वास्थ्य सेवाअों को लेकर रोष है।
खारिया के रहने वाले राजेश ने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती थी अचानक उसके पेट में दर्द हुआ। उसकी पत्नी को हिसार लाने के लिए सामान्य अस्पताल की एम्बुलेंस सेवा के पास कई फोन किए परंतु दो घंटे बीतने के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची। इसके बाद प्राइवेट वाहन में उसकी पत्नी को हिसार लाया जा रहा था कि रास्ते में ही डिलीवरी हो गई। इसी दौरान सामान्य अस्पताल के बाहर पहुंचे तो चिकित्सकों को मौके पर बुलाया। चिकित्सकों ने उसके बच्चे को मृत घोषित कर दिया। राजेश ने बताया कि ये सब एम्बुलेंस चालकों की लापरवाही के कारण हुआ है वे इस मामले की शिकायत सामान्य अस्पताल के चिकित्सक से करेंगे। महिला के इससे पहले तीन साल की लड़की है और जो बच्चा पैदा हुआ था वह लड़का था।