फोर्टिस हॉस्पिटल की रिपोर्ट पेश करेगा स्वास्थ्य विभाग: विज

Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Dec, 2017 03:00 PM

health department will show report of fortis hospital according vij

गुडग़ांव के फोर्टिस अस्पताल में सात साल की मासूम की मौत डेंगू से होने के बाद परिवार वालों का 15 लाख से अधिक का बिल थमाया गया था। जिसकी शिकायत पर हाईकोर्ट ने अस्पताल की रिपोर्ट मांगी थी। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कि फोर्टिस अस्पताल की...

अंबाला(कमलप्रीत सभरवाल ): गुडग़ांव के फोर्टिस अस्पताल में सात साल की मासूम की मौत डेंगू से होने के बाद परिवार वालों का 15 लाख से अधिक का बिल थमाया गया था। जिसकी शिकायत पर हाईकोर्ट ने अस्पताल की रिपोर्ट मांगी थी। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कि फोर्टिस अस्पताल की रिपोर्ट तैयार है और स्वास्थ्य विभाग इसे सोमवार को पेश करेगा।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि, अस्पताल की जांच रिपोर्ट बन कर लगभग तैयार हो चुकी है। सोमवार को इस रिपोर्ट को पेश किया जाएगा। विज ने बताया कि,यह रिपोर्ट 50 पेज की है और इस रिपोर्ट में 3700 एनक्लोजर्स हैं इसलिए इसे कम्पाइल करने में समय लग रहा है।

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बता दें कि, गुरुग्राम स्थित फोर्टिज मैमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट में डेंगू पीड़ित एक 7 वर्षीय बच्ची की मौत से पहले हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा उसके इलाज के खर्चे के रूप में 15 दिनों में 15 लाख रुपए से अधिक का बिल परिजनों को थमाया दिया। जिसपर हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए डीजी हेल्थ को इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा था।

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पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा स्वयं संज्ञान लेते हुए शुरू किए गए केस में एमिक्स क्यूरी अनुपम गुप्ता ने यह मुद्दा उठाया। गुप्ता ने कहा कि हॉस्पिटल ने बच्ची के 15 दिन के इलाज को लेकर 15 लाख रुपए से अधिक का बिल थमा दिया। इसे अप्रत्याशित बिल बताते हुए जांच की मांग की गई। वहीं, कहा गया कि बच्ची की बॉडी घर तक ले जाने के लिए एम्बुलैंस तक संबंधित हॉस्पिटल ने मुहैया नहीं करवाई। हाईकोर्ट ने 12 दिसम्बर तक या इससे पहले रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।

15 दिनों में 660 इंजेक्शन व 2700 दस्ताने इस्तेमाल
बच्ची की सितम्बर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उसके पिता ने उसके इलाज व बिलों की जांच की मांग की थी। हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा बच्ची के 15 दिन के इलाज में महंगी दवाइयां लिखवाना, 660 सिरिंजों, 2700 दस्ताने के इस्तेमाल होने की बात कही थी। 20 पन्नों की बिल बच्ची के परिजनों को थमाया गया था जो 15.79 लाख का था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी एक ट्वीट के जवाब में आवश्यक कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद हरियाणा सरकार को मामले में जांच कर 2 सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए थे।

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