स्वास्थ्य विभाग सो रहा कुंभकर्णी नींद, सड़कों पर खुले पड़े मौत के द्वार!

Edited By Updated: 16 Jan, 2017 01:44 PM

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शहर में जगह-जगह सड़क के किनारे या बीच में मौत के द्वार खुले पड़े हैं, मगर जन स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटने का नाम नहीं ले रही। शहर की मुख्य सड़कों

जींद (ललित): शहर में जगह-जगह सड़क के किनारे या बीच में मौत के द्वार खुले पड़े हैं, मगर जन स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद टूटने का नाम नहीं ले रही। शहर की मुख्य सड़कों के किनारे जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए सीवरेज के मैनहोल बिना ढक्कन के खुले हैं, इससे कभी कोई हादसा हो सकता है। ए.डी.सी. कार्यालय के सामने तथा दालमवाला अस्पताल के पास सीवरेज के मैनहोल पिछले कई दिनों से खुले हैं। शहर के सबसे व्यस्त मार्ग गोहाना रोड पर सीवरेज के मैनहोल खुला पड़ा है। ए.डी.सी. कार्यालय के ठीक सामने सड़क के किनारे सीवरेज का मैनहोल पिछले 1 सप्ताह से खुला है। यहां पर आस पास के दुकानदारों ने एक पत्थर जरूर रखा है लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। गोहाना रोड शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है। यहां पर सारा दिन ट्रैफिक का दबाव रहता है, मगर जन स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते यहां पर कभी भी हादसा हो सकता है। 

 

इसके अलावा शहर की सड़कों पर जन स्वास्थ्य विभाग के सीवरेज के ढक्कन ऊंचे तथा नीचे हैं। इस कारण शहर में अधिकतर हादसे सीवरेज के ढक्कनों के कारण हो रहे हैं। बंद पड़े रजबाहा नंबर-7 के ऊपर बनाया गया मिनी बाईपास पर सीवरेज के ढक्कन कहीं ऊंचे हैं तो कहीं पर नीचे। यहां पर विभाग द्वारा सीवरेज की लाइन सड़क के ठीक बीच में डाली गई है। इसी प्रकार से दालमवाला अस्पताल के पास से गुजर रहे मिनी बाईपास पर भी यही हालात हैं। जींद के पूर्व डी.सी. अजित बालाजी जोशी ने जींद-गोहाना मार्ग पर ऊंचे-नीचे सीवरेज के मैनहोलों की सुध लेते हुए, इन्हें ठीक करवाने का काम किया था। मगर अब सबसे ज्यादा दिक्कत बस अड्डे के पास मिनी बाईपास और दालमवाला अस्पताल के पास से गुजर रहे मिनी बाईपास पर वाहन चालकों को हो रही है। यह रास्ता नई सब्जी मंडी से होते हुए कैथल रोड को जोड़ता है। जाम से बचने के लिए लोग इसी रास्ते से अपने वाहनों के साथ जाते हैं। इस रोड पर सीवरेज के ढक्कन सड़क से नीचे होने के कारण कई बार हादसे हो चुके हैं। इसी प्रकार से झांझ गेट जगह-जगह सीवरेज के ढक्कन सड़क से ऊंचे हैं तथा कई जगह सीवरेज के ढक्कन टूटे हुए हैं। 

 

हादसे के बाद खुलतीहै विभाग की नींद
शहर में एक सप्ताह से गोहाना रोड पर सीवरेज का मैनहोल खुला पड़ा है लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की तब नींद खुलती है, जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है। हादसे के तुरंत बाद ही सीवरेज पर मैनहोलों पर ढक्कन लगा दिए जाते हैं।

 

खुले सीवरेज हाल में पनप रही बीमारियां
शहर में स्वास्थ्य विभाग भले ही डेंगू या अन्य बीमारियों को लेकर गंभीर हो लेकिन जन स्वास्थ्य विभाग के खुले ढक्कन बीमारियों को न्यौता दे रहे हैं। सीवरेज के मैनहोल खुले होने से यहां पर गंदा पानी बदबू मारता है और इसमें मच्छर ही मच्छर पैदा हो गए हैं।

 

शहर की कालोनियों में भी यही हालात
ऐसा नहीं है कि अकेले मुख्य सड़कों पर इस प्रकार की दिक्कत है। शहर की कई कालोनियों में जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा दबाई गई सीवरेज की लाइन के चलते सीवरेज गलियों से ऊंचे हो गए हैं। बूढ़ा बाबा बस्ती में कई जगह सीवरेज गलियों से काफी ऊंचे हैं।

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