Edited By Updated: 06 Apr, 2017 11:02 AM
पुलिस टीम को 2 दिन पहले बस स्टैंड पर मिले गुमशुदा बच्चे को गत दिवस व्हाट्सएप ने अपने मां-बाप से मिलवा दिया। पूरी तस्दीक के बाद बच्चे को उसके मां-बाप
नारनौल(संतोष):पुलिस टीम को 2 दिन पहले बस स्टैंड पर मिले गुमशुदा बच्चे को गत दिवस व्हाट्सएप ने अपने मां-बाप से मिलवा दिया। पूरी तस्दीक के बाद बच्चे को उसके मां-बाप के साथ रवाना कर दिया गया। गौरतलब है कि शहर के बस स्टैंड पर 3 अप्रैल को रात 11 बजे मोहम्मद आरिस नाम का एक बच्चा एस.आई. मीनाक्षी की टीम को गश्त करते हुए मिला था। उन्होंने जिला बाल कल्याण परिषद में आकर परिषद द्वारा चलाए जा रहे ओपन शैल्टर होम के परियोजना निदेशक तरुण कुमार यादव से सम्पर्क किया। उनके दिशा-निर्देश अनुसार गुमशुदा बच्चे को मंजू कौशिक चेयरपर्सन बाल कल्याण समिति तथा सुशील कुमार सदस्य बाल कल्याण समिति से संपर्क करके बच्चे को ओपन शैल्टर होम बाल भवन नारनौल में रखा गया था। यह गुमशुदा बच्चा सुन और बोल नहीं रहा था।
पुलिस विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई तथा ओपन शैल्टर होम के संयुक्त प्रयास से मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चे की गुमशुदा की जानकारी बाल कल्याण समिति व बाल संरक्षण इकाई व ओपन शैल्टर होम के विभिन्न ग्रुप में डाली। जिसके उपरांत 4 अप्रैल को सायं 4 बजे मुबिन खान सदस्य बाल कल्याण समिति नूंह ने बाल कल्याण समिति नारनौल को सूचित किया कि इस बच्चे के अभिभावक उनके संपर्क में हैं। बच्चे का नाम मोहम्मद आरिस पुत्र फजर है तथा वह गांव नावली तहसील फिरोजपुर झिरका मेवात का रहने वाला है तथा यह बच्चा अपने अभिभावकों से बिछुड़ गया था तथा यहां पहुंच गया। आज बच्चे को उसके माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में उचित पहचान करके उन्हें सौंप दिया गया है।