Edited By Updated: 21 Mar, 2017 08:57 AM
यशपाल मलिक ने कहा कि सरकार जाटों की एकता से झुक गई है और 26 अप्रैल तक धरना जारी रखें। सरकार ने डेढ़ माह में सभी मांगों को लिखित में देने व पूरी करने का भरोसा
झज्जर:यशपाल मलिक ने कहा कि सरकार जाटों की एकता से झुक गई है और 26 अप्रैल तक धरना जारी रखें। सरकार ने डेढ़ माह में सभी मांगों को लिखित में देने व पूरी करने का भरोसा दिलवाया है। सरकार द्वारा लिखित में बातें मान लिए जाने के बाद धरने पूरी तरह समाप्त कर दिए जाएंगे। मलिक ने कहा कि समाज ने सरकार को अपनी ताकत का अहसास करवा दिया है और अब धरनों पर भीड़ दिखाने की जरूरत नहीं है। खेतों में काम का सीजन है इसलिए खेतों में काम करें और जिस व्यक्ति को जिस हिसाब से समय मिले धरने में आ जाना। उन्होंने कहा कि धरने का स्वरूप जारी रहेगा और धरना इसी स्थान पर चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 26 अप्रैल तक का समय मांगों को पूरी करने के लिए लिखित में देने का भरोसा दिया है। इसके बाद धरने भी समाप्त कर दिए जाएंगे और सरकार ने मांगों को लेकर छल किया तो केवल 24 घंटे के अल्टीमेटम पर दिल्ली कूच की तैयारी कर दी जाएगी। समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा ने कहा कि सरकार जाटों की एकता के दबाव में झुकी है और किसी प्रकार का छल किया जाता है तो वे सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिए फिर से मजबूर होंगे।
रविवार को दिल्ली में मुख्यमंत्रियों व केंद्रीय मंत्रियों के साथ जाट आरक्षण व अन्य मांगों को मान लिए जाने के बाद भी सोमवार को शहर के राशलवाला चौक पर धरना जारी रहा। सोमवार के धरने में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक व महासचिव अशोक बल्हारा के आने का कार्यक्रम होने के चलते आम दिनों की तुलना में भीड़ अधिक रही। लोगों ने यशपाल के समर्थन में नारेबाजी की और उन्हें दूसरे सर छोटूराम की संज्ञा देते हुए किसानों का हितैषी करार दिया।