Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Aug, 2017 09:40 AM
राशन बांटने में होने वाली गड़बड़ी के चलते हर माह हरियाणा सरकार को करोड़ों रुपए की चंपत लग जाती थी और यह चंपत वर्ष में करीब 437 करोड़
चंडीगढ़ (बंसल):राशन बांटने में होने वाली गड़बड़ी के चलते हर माह हरियाणा सरकार को करोड़ों रुपए की चंपत लग जाती थी और यह चंपत वर्ष में करीब 437 करोड़ रुपए हो जाती थी। हरियाणा ने राशन वितरण प्रणाली को ऑनलाइन व आधार लिंक करके जहां देश में प्रथम राज्य का स्थान प्राप्त कर लिया तो सरकार को लगने वाली करोड़ों की चंपत की भी बचत हो गई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी सरकार की ऑनलाइन प्रणाली की प्रंशसा की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सस्ते राशन के डिपुओं की सप्लाई को डिजीटल करके 38 लाख फर्जी रोशनकार्ड पकड़े हैं। इन कार्डों को सस्पैंड करने से करोड़ों रुपए की कालाबाजारी को रोका है।
42 लाख लोग आधार लिंक से जुड़ नहीं पाए
राशन लेने के लिए कार्डधारक के आधार लिंक अनिवार्य होने के बाद 42 लाख कार्डधारक आधार लिंक से जुड़ नहीं पाए। इसका अर्थ यह निकाला जा रहा है कि जिन कार्डधारकों का आधार लिंक नहीं हुआ है, उसमें अधिकांश फर्जी है।
केंद्र ने राशन वितरण प्रणाली को पूर्णत: ऑनलाइन किए जाने पर हरियाणा को शाबासी दी है तथा दूसरे राज्य भी हरियाणा की प्रणाली का अध्यन कर रहे है। प्रदेश में किसी राशनकार्ड धारक को कोई समस्या नहीं है बल्कि समय पर उन्हें राशन मिल रहा है। विभाग की पूरी कोशिश है पात्र व्यक्ति को हर हालत में राशन मिलना चाहिए।