Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Nov, 2017 12:39 PM
प्रदेश में डेंगू का कहर कम होने के नाम नहीं ले रहा है। घर-घर पांव पसार चुके डेंगू से प्रदेश में कई मौते हो चुकी हैं। गोहाना में पिछेल 15 दिनों में डेंगू से मौत की तीसरी घटना सामने आई है। गोहाना में पांचवीं क्लास में पढ़ने वाले योगेश (11) की डेंगू से...
गोहाना(सुनील जिंदल): प्रदेश में डेंगू का कहर कम होने के नाम नहीं ले रहा है। घर-घर पांव पसार चुके डेंगू से प्रदेश में कई मौते हो चुकी हैं। गोहाना में पिछेल 15 दिनों में डेंगू से मौत की तीसरी घटना सामने आई है। गोहाना में पांचवीं क्लास में पढ़ने वाले योगेश (11) की डेंगू से मौत हो गई। परिजनों ने शव को गोहाना लाकर उसका अंतिम संस्कार किया। वही मृतक के परिजनों ने रोहतक पी.जी.आई. के डॉक्टरों पर समय पर मेडिकल सुविधा नहीं देने का आरोप लगाया।
मृतक योगेश के पिता संदीप ने बताया कि वह चोपड़ा कॉलोनी के रहने वाले हैं अौर बिजली रिपेयरिंग का काम करते हैं। उनके बेटे को 5-6 दिन पहले बुखार की शिकायत हुई थी। वह अपने बेटे को गोहाना के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए,जहां डॉक्टरों ने उनके बेटे को रोहतक पीजीआई में ले जाने की सलाह दी। वे अपने बेटे को रोहतक पीजीआई लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उनके बेटे को पहले इमरजेंसी में इलाज किया। जब उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे आईसीयू में रखने की सलाह दी। पीजीआई मेें आईसीयू में जगह खाली नहीं होने के चलते डॉक्टरों ने उसे किसी प्राइवेट अस्पताल में ले जाने के लिए कहा। डॉक्टरों ने योगेश के पिता की एक न सुनी अौर उसे एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए। वहां भी उनके बेटे के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद योगेश को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में जाने के लिए कहा गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि रोहतक पीजीआई में डॉक्टर समय पर उनके बेटे का सही इलाज करते तो आज उसकी जान बच सकती थी। मृतक अपने परिवार का इकलौता बेटा था।