Edited By Updated: 07 Apr, 2017 10:39 AM
नवम्बर माह से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर समर्थकों के बीच छिड़ी जंग कम होने का नाम नहीं ले रही है और आए दिन दोनों
चंडीगढ़(बंसल):नवम्बर माह से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर समर्थकों के बीच छिड़ी जंग कम होने का नाम नहीं ले रही है और आए दिन दोनों गुट एक-दूसरे खिलाफ बयानबाजी या फिर किसी बात की शिकायत पार्टी हाईकमान तक करते है। हालात यह हैं कि चंद रोज पहले तंवर ने राहुल गांधी से मुलाकात कर हरियाणा आने का न्यौता दिया तो वहीं हुड्डा समर्थक विधायकों ने दिल्ली में पार्टी प्रदेश प्रभारी कमलनाथ से मुलाकात कर तंवर पर मनमानी करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, इन हुड्डा समर्थक विधायकों ने तंवर को बदलने की मांग भी की।
गौरतलब है कि पिछले माह हुड्डा समर्थक विधायकों ने बाकायदा मीडिया के समक्ष खुलकर यह कहा था कि वह पार्टी हाईकमान से मिलकर तंवर तथा कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी को हटाने की मांग करेंगे। उसके बाद पंजाब में कै. अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हुड्डा समर्थकों का उत्साह और ज्यादा बढ़ गया कि अब पार्टी हाईकमान संभवत: हरियाणा में भी पंजाब जैसा फार्मूला अपना सकता है। कांग्रेस विधायकों ने प्रभारी को पंजाब का उदाहरण देते हुए हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस की कमान सौंपने का आग्रह किया। पिछले दिनों तंवर ने ब्लॉक अध्यक्षों के पैनल के लिए अपनी पंसद के 180 ब्लॉक प्रभारी नियुक्त किए गए थे, जिसके बाद यह लड़ाई और ज्यादा बढ़ गई और इस बात की शिकायत हुड्डा समर्थक विधायकों ने कमलनाथ से भी की है।
कमलनाथ से मुलाकात करने वालों में हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर एवं गन्नौर से विधायक कुलदीप शर्मा तथा पूर्व मंत्री एवं पलवल से विधायक कर्ण सिंह दलाल के अलावा सोनीपत जिले समेत कई अन्य विधायक शामिल थे। दलाल और कुलदीप ने कहा कि तंवर आज तक संगठन नहीं खड़ा कर पाए हैैं, जबकि विधायक दल की नेता पार्टी विधायकों को साथ लेकर नहीं चलती। कांग्रेस विधायकों के हलकों में ऐसे ब्लॉक प्रभारी नियुक्त कर दिए, जो उनके घोर विरोधी हैं। जिलाध्यक्षों की घोषणा में भी यही हाल होगा। उन्होंने प्रभारी से यह भी कहा कि तंवर ने कांग्रेस के भीतर ही कांग्रेसियों में लड़ाई शुरू करवा दी है।