Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Jul, 2017 03:48 PM
रेलवे में सलाहकार के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 45 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है।
सोनीपत: रेलवे में सलाहकार के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 45 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। शिकायतकर्त्ता आरोपी के घर के बाहर खड़ी लालबत्ती लगी महंगी गाडिय़ों से प्रभावित होकर झांसे में आ गया। पीड़ित ने मामले की शिकायत कुंडली थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले में मुख्य आरोपी के साथ ही उसकी पत्नी व 5 अन्य पर केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पीड़ित का आरोप है कि मामले की तह तक जाया जाए तो यह करोड़ों की ठगी हो सकती है। नई दिल्ली के गांव समालका निवासी मोहित भारद्वाज ने कुंडली थाना में शिकायत देकर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किए जाने का आरोप लगाया है। मोहित ने बताया कि दिसम्बर, 2016 में उसके जानकार ने उसे सुशांत सिटी, कुंडली निवासी कुलदीप से मिलवाया था। उसने उसे कहा था कि कुलदीप रेलवे में बड़े पर कार्यरत है और नौकरी दिलवाता है। उसने कुलदीप के घर जाकर उससे नौकरी दिलवाने की बात कही थी। उस समय उसके घर में मौजूद लोगों के बारे में कुलदीप ने परिचय करवाया था। जिसमें उसकी निजी सचिव सोनिया, चपड़ासी शीशपाल, चालक मुकेश व दूधनाथ शामिल रहे।
कुलदीप ने उसे रेलवे में सलाहकार की नौकरी दिलवाने की बात कही। साथ ही कहा कि नौकरी के बदले में वह 12 लाख रुपए लेगा। वह उसके झांसे में आ गया। इसी दौरान पटौदी निवासी सतीश ने उसे 12 लाख दिए थे। जिससे उसका यकीन पक्का हो गया। बाद में उसने अपने व जानकारों को नौकरी दिलवाने के लिए कुल 45 लाख रुपए कुलदीप को दिए। कुलदीप ने उसे कहा था कि वह एक साथ 98 बच्चों का ग्रुप बनाकर उन्हें नौकरी दिलवाएगा। उन्हें इससे पहले ट्रेनिंग दी जाएगी। उसने कुछ फार्म व पहचान पत्र पर हस्ताक्षर करवाए, जिससे वह उस पर विश्वास करने लगे। बाद में वह नौकरी दिलवाने के नाम पर टरकाने लगा। जब उन्होंने जल्द नौकरी दिलवाने की बात कही तो कुलदीप ने मार्च माह में उन्हें कहा कि रेलवे से उसे कहा कि वह अपने ग्रुप को खुद ही ट्रेनिंग दे दे। ट्रेनिंग पूरी होने पर 6 अप्रैल को ग्रुप को नौकरी के लिए भिजवा देना। इस पर आरोपी ने उन्हें घर पर ही ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी।
ट्रेनिंग के बाद उन्हें कहा गया कि दिल्ली डिवीजन में उन्हें नौकरी दी जाएगी। उसके बाद भी कोई ज्वाइनिंग नहीं हुई। उनके कहने के बाद उसके साथ रहने वाले स्टाफ ने कहा कि 5 जून को मैडीकल करवाने के बाद नौकरी पर भेज दिया गया। उसके बाद भी उन्हें टरकाया जाने लगा। जिस पर उन्हें शक हो गया और कुलदीप पर दबाव बनाया गया। इस पर उसने कहा कि भर्ती कैंसिल हो गई है। वह उनके पैसे लौटा देगा। उसके बाद उन्हें पैसे नहीं दिए गए। बाद में आरोपी घर छोड़कर फरार हो गया।
पैसे देने की बजाय दी जान से मरवाने की धमकी
आरोपी फोन पर पहले पैसे देने की बात कहता रहा और बाद में उसके पिता को धमकी दी कि वह पैसे देने के बजाय उसके बेटे को मरवा देगा जिस पर पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है। मामले में कुलदीप उसकी पत्नी प्रीति, सचिन मलिक, निजी सचिव सोनिया, चपड़ासी शीशपाल, चालक मुकेश व दूधनाथ को आरोपी बनाया है।