Edited By Updated: 28 Apr, 2017 05:48 PM
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से कई अहम निर्णय लिए हैं।
चंडीगढ़ (संघी):हरियाणा सरकार ने प्रदेश के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से कई अहम निर्णय लिए हैं। इन निर्णयों में 150 एम्बुलैंस व 20 मैडीकल मोबाइल यूनिट खरीदने, फर्स्ट रैफरल यूनिट का सुदृढ़ीकरण तथा नवजात स्थिरीकरण इकाई में तैनात 110 स्टाफ नर्सों को एक्सटैंशन देना शामिल है।
मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की राज्य स्वास्थ्य सोसायटी की संचालन समिति की बैठक में बताया कि मैडिकल मोबाइल यूनिट में एक डॉक्टर, एक स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट व एक लैब टैक्नीशियन की नियुक्ति भी की जाएगी। बैठक में मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन यूनिट्स को सुदृढ़ करने के लिए इनमें एक बालचिकित्सक, एक गाइनोकोलॉजिस्ट व एक एनेस्थिसिया के डाक्टर की भी तैनाती करें। बैठक में मुख्य सचिव ने जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को सुविधा प्रदान करने के अंतर्गत निजी अल्ट्रासाऊंड सैंटरों को भी सूूचीबद्ध करने की स्वीकृति दी, जो प्रदेश के विभिन्न शहरों में उपलब्ध करवाएं जाएंगे।
बैठक में बताया गया कि नूंह, पलवल व नारनौल जैसे शहरों, जहां डॉक्टर की उपलब्धतता कम होती है, उसके लिए विशेषज्ञों को पारिश्रमिक पर रखा जाएगा।
बैठक में नवजात स्थिरीकरण इकाई में तैनात 110 स्टाफ नर्सों को भी एक्सटैंशन देने की स्वीकृति दी गई, ताकि नवजात शिशुओं और बच्चों की मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। इसी प्रकार, बैठक में वर्ष 2017-18 के लिए कार्यक्रम क्रियान्वयन योजना के तहत विभिन्न कार्यों के लिए बजट की स्वीकृति भी प्रदान की गई।