प्रदेश में पांच लाख युवा बेरोजगार, हरियाणा सरकार बजा रही नौकरियों का डंका

Edited By Punjab Kesari, Updated: 12 Jan, 2018 03:36 PM

five lakh youth unemployed in haryana state

एक ओर जहां हरियाणा सरकार नौकरियों एवं भर्ती का डंका पीट रही है, वहीं प्रदेश में करीब पांच लाख युवा बेरोजगार हैं। यदि जिलावार देखा जाए तो जींद जिले में सर्वाधिक 30 हजार से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं। यह जानकारी जुलाना से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)...

जींद: एक ओर जहां हरियाणा सरकार नौकरियों एवं भर्ती का डंका पीट रही है, वहीं प्रदेश में करीब पांच लाख युवा बेरोजगार हैं। यदि जिलावार देखा जाए तो जींद जिले में सर्वाधिक 30 हजार से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं। यह जानकारी जुलाना से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने आज दी। उन्होंने प्रदेश विधानसभा सचिवालय के माध्यम से एकत्रित आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि रोजगार कार्यालय में प्रदेशभर में 496625 पंजीकृत बेरोजगार युवा हैं। वहीं यह संख्या जींद जिले में 31817 है।

प्रदेश सरकार पर जींद जिले समेत प्रदेश में पिछले 13 वर्षों से निरंतर बढ़ रही बेरोजगारी की समस्या को लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार से पिछले एक दशक में सरकार द्वारा जिलेवार दी गई नौकरियों के बारे में श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। ढुल ने कहा कि वास्तविक बेरोजगारों की संख्या इससे बहुत ज्यादा होने की आशंका है क्योंकि हर कोई रोजगार कार्यालय में अपना नाम दर्ज नहीं करवा पाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल जींद जिले में ही कम से कम चार लाख बेरोजगार युवा हैं।

उन्होंने बताया कि जिले में पंजीकृत 31817 बेरोजगार युवाओं में से मात्र 3619 को ही भत्ता मिल पा रहा है। उनका आरोप है कि, सरकार की सक्षम युवा योजना भी जिले में पूर्णतय: फ्लॉप साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि मात्र 1374 स्नातकोत्तर तथा 671 स्नातकों को सक्षम युवा योजना का लाभ मिल पा रहा है। इससे साबित होता है कि सरकार के मंत्रियों तक पहुंच न रख पाने वाले क्षेत्र के अधिकांश युवा न सिर्फ बेरोजगार हैं बल्कि उन्हें बेरोजगारी भत्ता व सक्षम युवा योजना दोनों से ही वंचित रखा जा रहा है।

विधायक ढुल ने आरोप लगाया कि जबसे भाजपा प्रदेश में सत्ता में आई है, युवाओं पर कहर बनकर बरस रही है। इससे पहले कांग्रेस शासन के दौरान लगातार दस वर्ष तक जिले में युवाओं का शोषण किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान प्रदेश सरकार अपने पिछले तीन वर्ष के शासन में अभी तक जिले में केवल 887 युवाओं को नौकरी दे पाई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 तक जिले में नौकरियां बनाम बेरोजगारी का आंकड़ा 1:5 था जो कि दस वर्ष के कांग्रेस शासन में बढ़कर 1:100 का हो गया था। विधानसभा सचिवालय द्वारा प्रस्तुत इस जवाब के मुताबिक अब भाजपा सरकार में यह आंकड़ा 1:200 का है। इससे साबित होता है की पिछले तेरह वर्षों में जिले में बरोजगारी अपने चरम पर है।

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