Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Jan, 2018 10:41 PM
पलवल के धतीर गांव में एक माली का काम करने वाले मजदूर की छ: वर्षीय लडकी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामला गत 12 जनवरी का है पुलिस ने घटना को दबाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन लड़की की गंभीर हो रही हालत और गांव के लोगों के दबाव में पुलिस को...
पलवल(गुरूदत्त गर्ग): पलवल के धतीर गांव में एक माली का काम करने वाले मजदूर की छ: वर्षीय लडकी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामला गत 12 जनवरी का है पुलिस ने घटना को दबाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन लड़की की गंभीर हो रही हालत और गांव के लोगों के दबाव में पुलिस को मुकदमा दर्ज करना पड़ा। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई, जिसमें रेप की पुष्टि हुई है। घटना के छ: दिन बाद मेडिकल जां कराई गई है।
जानकारी के अनुसार, पलवल महिला थाने में आईपीसी की धारा 376 व 377 एवं पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने वाले का नाम सुरेश बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार, पलवल पुलिस ने प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर पुलिस की छवि बचाने के लिए मामले को रफा दफा करने के प्रयास किया गया था, लेकिन लेकिन जब पीड़िता के परिजनों ने सीएम दरबार में गुहार लगाने की आवाज उठाई तब जाकर मुकदमा दर्ज किया गया।
छ: वर्षीय लड़की के साथ घिनौनी वारदात को अंजाम देने वाला भी पीड़िता के परिवार के पहचान वाला बताया जा रहा है। आरोपी सुरेश के परिवार ने धतीर गांव में अमरुद और बेर का बाग ठेके पर लिया हुआ है। 12 जनवरी की दोपहर में मासूम लड़की को अकेला पाकर सुरेश ने अपनी हवस का शिकार बनाया था।
कुछ घंटे बाद पीड़िता के माता-पिता झोपड़े में आए तो लड़की बेसुध मिली। काफी प्रयास करने पर उसने बताया कि सुरेश ने उसके साथ गंदा काम किया है।
उसके बाद पीड़िता को पुलिस थाने में ले जाकर शिकायत दी गई, लेकिन पुलिस ने शिकायत पर फिर से विचार करने की बात कह वापिस भेज दिया था। अगले दिन फिर पीड़िता को लेकर गए तो घंटों बिठाकर रखने के बाद वापिस भेज दिया गया। पुलिस का कोई भी अधिकारी मामले की जानकारी देने के लिए सामने नहीं आया और ना ही पीड़िता के परिवार से मिलने दिया गया।
आखिरकार पीड़िता के परिवार ने गांव वालों की मदद मांगी जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को मामला दर्ज करने का दबाव बनाया जिसक बाद मामला दर्ज किया गया।