Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Nov, 2017 09:54 PM
हिमालय क्वीन एक्सप्रैस में सवार हजारों यात्रियों के सांसें उस वक्त थम गई जब ट्रेन ड्राईवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। अचानक बे्रक लगने से काफी यात्रियों को चोटें आई हैं, जिससे हड़कंप मच गया। फिलहाल, लोको पायलट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे...
चंडीगढ़(धरणी): हिमालय क्वीन एक्सप्रैस में सवार हजारों यात्रियों के सांसें उस वक्त थम गई जब ट्रेन ड्राईवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। अचानक बे्रक लगने से काफी यात्रियों को चोटें आई हैं, जिससे हड़कंप मच गया। फिलहाल, लोको पायलट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया गया है। और मामले की अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैै। दिल-दहला देने वाली यह घटना घरौंडा रेलवे स्टेशन पर घटी। रेल यातायात में हुई बड़ी चूक के बाद रेल महकमे ने ट्रैन के ड्राईवर की मेडिकल जांच करवाई है।
रेलवे के उच्चाधिकारियों के अनुसार ड्राईवर की लापरवाही की वजह से ईमरजैंसी ब्रैक लगाने की नौबत आई थी। रेल महकमें की एक जांच टीम ने घरौंडा रेलवे स्टेशन पहुंचकर डाउन वन लूप लाईन का निरीक्षण भी किया है। विभाग के उच्चाधिकारी घरौंडा रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों के अलावा ट्रैन के चालक व गार्ड से पूछताछ कर रहे है।
अंबाला रेल मंडल के एडीआरएम विकास पूरवार ने बताया कि मेन लाईन से लूप लाईन पर प्रवेश करते समय ट्रैन की स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा की होनी चाहिए, लेकिन लोको पायलेट शायद यह भूल गया कि ट्रेन को स्टेशन पर रोकना है और कन्फूजन में उसने ट्रेन की स्पीड कम नही की। जिस समय गाड़ी के इमरजैंसी ब्रेक लगाए गए उस समय गाड़ी की स्पीड 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की थी। पानीपत जंक्शन पर पहुंचते ही ट्रैन कू्र को बदल दिया गया था। इस मामले में विभाग ने लापरवाह लोको पायलट को सस्पेंड कर दिया गया हे और छानबीन की जा रही है।