Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Sep, 2017 09:45 AM
स्वास्थय मंत्री अनिल विज के डेरा हिंसा में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अब सियासत गरम हो गई है।
चंडीगढ़:स्वास्थय मंत्री अनिल विज के डेरा हिंसा में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अब सियासत गरम हो गई है। विज की इस मांग पर जहां खट्टर सरकार के मंत्री-विधायकों व भाजपा के प्रवक्ताओं ने चुप्पी साध ली है तो वहीं इनैलो नेता अभय सिंह चौटाला ने भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया। इन सबके बीच हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने सीधे तौर से अनिल विज की डिमांड का समर्थन किया है। तंवर ने कहा कि डेरा हिंसा में जो भी निर्दोष व्यक्ति मारा गया है उसके परिजनों को तत्काल प्रभाव से सरकार को मुआवजा व अन्य सहायता देनी चाहिए।
विज ने एक दिन पहले मंत्री समूह की अनौपचारिक मीटिंग में डेरा हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। विज ने कहा था कि जिस तरह से जाट आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों को मुआवजा व नौकरी दी गई उसी तरह से इस हिंसा में मारे गए लोगों को भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। वहीं बीते साल जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के मुद्दे पर मंत्री समूह की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विरोध किया था।
मैं अपनी मांग पर कायम
मेरी मांग बिल्कुल जायज है और मैं अपनी मांग पर कायम हूूं। सरकार को जाट आंदोलन की तरह से डेरा हिंसा में भी मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देना चाहिए। उन्हें यह नहीं मतलब है कि ङ्क्षहसा में कौन मारा गया, लेकिन जो मरा है वह इंसान है।
हिंसा के लिए सरकार दोषी
डेरा हिंसा पूरी तरह से सरकार की अनुभव हीनता रही है। डेरा ङ्क्षहसा में जो भी त्रासदी हुई इसके लिए सरकार दोषी है। इस हिंसा में जो निर्दोष मारे गए हैं उनको सरकार मुआवजा और हरसंभव सहायता प्रदान करे। मीडिया व जो अधिकारी-कर्मचारी इस हिंसा की चपेट में आए उन्हें भी सरकार सहायता दे।