Edited By Punjab Kesari, Updated: 25 Feb, 2018 04:38 PM
एक ओर जहां देशभर के किसान आंदोलन के लिए दिल्ली कूच की तैयारी करते है। वहीं खेतीबाडी में लाखों के कर्ज के नीचे दबे किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। गांव हमीरगढ निवासी एक किसान ने लाखों रूपये के कर्ज के नीचे...
टोहाना(सुशील सिंगला): एक ओर जहां देशभर के किसान आंदोलन के लिए दिल्ली कूच की तैयारी करते है। वहीं खेतीबाडी में लाखों के कर्ज के नीचे दबे किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। गांव हमीरगढ निवासी एक किसान ने लाखों रूपये के कर्ज के नीचे आने से नहर में कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक का शव पंजाब के सरदूलगढ के पास नहर से बरामद किया गया है। पुलिस ने परिजनों के ब्यान के आधार पर कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस जांच में जुट गई है।
मामले की जानकारी देते हुए मृतक के परिजन गुलाब सिंह ने बताया कि उनके जीजा करनैल सिंह खेती बाडी का कार्य कर घर का गुजर बसर चलाते थे। पिछले कई सालों से खेती बाडी में लगभग 8 लाख रूपये का नुकसान हो गया। जिसके चलते वो मानसिक रूप से परेशान रहते थे। वे इसकी दवाई लेने के लिए टोहाना आते थे। जब वे टोहाना आए तो उन्होने यह कदम उठाया। उनका शव पंजाब के चूडिया हैड से बरामद हुआ है। मृतक के एक बेटा और दो बेटी है।
इस बारे में चौकी इंचार्ज एएसआई खेताराम ने बताया कि गांव हमीरगढ निवासी किसान जरनैल सिंह को खेतीबाडी में नुकसान के चलते परेशान था। जिसके चलते उसने यह किया है। उसके परिजनों के ब्यान के आधार पर कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया।