डेंगू की दहशत : आंकड़ा 2400 के पार, निजी अस्पतालों में मौत का सिलसिला जारी, सरकारी रिकार्ड शून्य

Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Nov, 2017 11:58 AM

death in private hospitals continues  government records zero

मौसम के बदलते मिजाज के साथ ही प्रदेश में बीमारियों के तेवर दिखने शुरू हो गए हैं। स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू व मलेरिया के मरीजों की तादात बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अब तक डेंगू पीड़ित 2406 मरीज सामने आए हैं। प्रदेश में अलग-अलग...

चंडीगढ़(अविनाश पांडेय):मौसम के बदलते मिजाज के साथ ही प्रदेश में बीमारियों के तेवर दिखने शुरू हो गए हैं। स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू व मलेरिया के मरीजों की तादात बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अब तक डेंगू पीड़ित 2406 मरीज सामने आए हैं। प्रदेश में अलग-अलग जिलों से डेंगू पीड़ितों की मौत के समाचार हैं, लेकिन सरकारी आंकड़ों में डेंगू से किसी के मौत की खबर नहीं है। इसी तरह से 5616 केस मलेरिया के भी सामने आ चुके हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

हरियाणा में मलेरिया और डेंगू का डंक लोगों को सता रहा है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज रोहतक में 318 हैं। इसके अलावा हिसार में 316, अम्बाला में 245, फतेहाबाद में 238, पानीपत में 180, पंचकूला में 169, रेवाड़ी 135, कैथल में 127, फरीदाबाद में 112, झज्जर में 90, कुरुक्षेत्र में 82, सिरसा मेें 77, जींद में 70, करनाल में 60, गुडग़ांव में 53, सोनीपत में 52, यमुनानगर में 41 व भिवानी में 35 मरीज पाए गए हैं। मलेरिया की बात करें सबसे ज्यादा नूंह में मरीज हैं, जिसको लेकर वहां पर सेहत विभाग की अतिरिक्त टीमें काम कर रहीं हैं। इन मौसमी बीमारियों का हरियाणा के साथ में लगते हुए दिल्ली, पंजाब व चंडीगढ़ में डेंगू व स्वाइन फ्लू के केसों की संख्या बेहद ही चौंकाने वाली है।  

मलेरिया के मरीजों की संख्या भी घटने का नाम नहीं ले रही है। यह संख्या अब 5616 तक पहुंच चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा नूंह में 3600, पलवल में 571, यमुनानगर में 262, पंचकूला में 186, फरीदाबाद में 161, हिसार में 160, अम्बाला में 35, भिवानी में 65, फतेहाबाद में 55, गुरुग्राम में 44, झज्जर में 91, जींद में 26, कैथल में 9, करनाल में 85, कुरुक्षेत्र में 40, महेंद्रगढ़ में 25, पानीपत में 36, रेवाड़ी में 18, रोहतक में 75, सिरसा में 58 व सोनीपत में 13 मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बीते वर्षों की तरह से इस साल भी डेंगू और मलेरिया के मामले कम हुए हैं, लेकिन अगले 15 दिनों में सर्द मौसम शुरू होने तक लोगों में इन बीमारियों को लेकर भय बना हुआ है। 

डेंगू उपचार के व्यापक प्रबंध : विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डेंगू से निपटने के लिए हरसंभव उपाय किए गए हैं। प्रदेश के सभी जिलों में रक्त विभाजक मशीनें लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू की स्थिति नियंत्रण में हैं, इसके लिए सभी जिलों में डेंगू जांच की सुविधा दी गई है, ताकि मरीज की सही बीमारी का पता लगाकर इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा आजकल वायरल बुखार होने पर भी लोग स्वयं को डेंगू बुखार होने की बात करते हैं परंतु डेंगू की पुष्टि केवल सरकारी अस्पताल ही कर सकते हैं। 

सभी जिलों पर है खास नजर : कंबोज
हरियाणा मलेरिया विभाग के निदेशक सूरजभान कंबोज ने बताया कि वह राज्य में सभी 22 जिलों पर नजरें रख रहे हैं और अभी तक मामला पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, वह खुद भी मेवात इलाके में दौरा कर निर्देश दे रहे हैं, ताकि कहीं पर किसी भी तरह से लोगों को परेशानी नहीं हो।
 

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