Edited By Updated: 08 Apr, 2017 03:06 PM
गांव सुताना निवासी एक युवक की पैरोल के मामले में असंध नाका चौकी ए.एस.आई. विरेंद्र सिंह और उसके साथी हवलदार विनाेद को सस्पेंड कर दिया गया है।
पानीपत:गांव सुताना निवासी एक युवक की पैरोल के मामले में असंध नाका चौकी ए.एस.आई. विरेंद्र सिंह और उसके साथी हवलदार विनाेद को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि दोनों हत्या के मामले में एक सजायाफ्ता कैदी की पैरोल के लिए शिनाख्त करने गए थे। इस दौरान उन्होंने परिजनों से खर्चा-पानी मांगा। पीड़ित लोग इसकी शिकायत लेकर एस.पी. के पास पहुंचे, लेकिन वे नहीं मिले। इसके बाद परिजनों ने एस.पी. रीडर से शिकायत की है। परिजन ए.एस.आई. के रिश्वत मांगने की सीडी लेकर भी आए थे। उन्होंने मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।
गांव सुताना निवासी प्रदीप ने बताया कि उसका भाई संदीप उर्फ लीला हत्या के एक केस में उम्रकैद की सजा काट रहा है। 28 अप्रैल 2017 को उसकी सजा के पांच साल पूरे हो जाएंगे। उसके भाई ने पैरोल के लिए अर्जी लगाई थी। इसकी तस्दीक करने के लिए असंध रोड नहर नाका चौकी से ए.एस.आई. वीरेंद्र सिंह और एक हेड कांस्टेबल बाइक से आठ मार्च 2017 को उनके घर पहुंचे। आरोप है कि पूछताछ के बाद एएसआई ने खर्चा-पानी मांगा। इस पर प्रदीप ने कहा कि यह आपका काम है, इसके लिए पैसे क्यों दें। इस पर एएसआई बिगड़ गया और उसका नाम पूछकर दोनों लौट गए। प्रदीप ने बताया कि 27 मार्च 2017 को दोनों दोबारा उनके घर पहुंचे। घर पर उनके पिता और बीमार मां थीं। आरोप है कि एएसआई वीरेंद्र ने उसके माता-पिता के साथ अभद्रता की और प्रदीप को देख लेने की धमकी दी। पुलिस कर्मचारी ने उन्हें थाने में आने के लिए भी कहा। प्रदीप का आरोप है कि उसकी मां संतोष देवी थायराइड और बीपी की मरीज हैं। एएसआई के धमकी देने से उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई।
प्रदीप ने बताया कि पुलिसकर्मियों के अभद्रता करने की शिकायत सीएम विंडो और डीजी से की है। वहां से शिकायत जांच के लिए डीएसपी देसराज के पास पहुंची थी। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। शुक्रवार को वह अपने पिता महेंद्र, मामा सतपाल रावल, रामभज रावल, दादा स्पटर, दलेल सिंह, ईश्वर, सतबीर, मोनू, सतबीर आदि के साथ एसपी से मिलने लघु सचिवालय पहुंचे। लोगों की शिकायत डी.एस.पी. के पास है। वे ही इस मामले की जांच कर रहे हैं।