Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Mar, 2018 10:29 PM
हरियाणा के कंप्यूटर शिक्षक और लैब सहायक रोष प्रदर्शन करने के लिए पंचकूला स्थित शिक्षा सदन का घेराव करने पहुंचे हैं। करीब पांच हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी शिक्षा सदन के मुख्य द्वार पर बैठे धरना दे रहे हैं। इस दौरान शिक्षा सदन में मौजूद लोग वहीं...
पंचकूला(धरणी/उमंग): हरियाणा के कंप्यूटर शिक्षकों और लैब सहायक रोष प्रदर्शन करने के लिए पंचकूला स्थित शिक्षा सदन का घेराव करने पहुंचे। करीब पांच हजार की संया में प्रदर्शनकारी शिक्षा सदन के मुख्य द्वार पर बैठे धरना दिया, उसके बाद माजरी चौक जंक्शन पर आकर सड़कों पर बैठ प्रदर्शन शुरू कर दिया। अंतत: कंप्यूटर टीचर और कंप्यूटर लैब अटेंडेंट का 5 मेंबर प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर से बातचीत के लिए चंडीगढ़ ले जाया गया।
प्रिंसिपल सेक्टरी राजेश खुलर से कम्प्यूटर टीचरों और कम्प्यूटर लैब सहायकों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। यहां राजेश खुल्लर ने आश्वासन देते हुए कहा कि कम्प्यूटर टीचरों को 21 मई के बाद नहीं हटाया जाएगा और सैलरी बढ़ाने का लेटर 2-3 दिनों में जारी कर देंगे। टीचरों के प्रतिनिधियों की मुलाकात सीएम से नहीं हो पाई है न ही मिलने का समय तय हो सका है। कम्प्यूटर टीचरों ने समायोजन के लिए 2 अप्रैल तक समय दिया है, वरना फिर से धरना देंगे।
प्रदर्शन कर रहे कम्प्यूटर टीचर और लैब अटेंडेंट टीचरों ने वेतन वृद्धि और शिक्षा विभाग में समायोजित करने की मांग रखी। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक हो। प्रधान बलराम धीमान व सुरिंदर पियोंत का कहना है कि जब तक राजेश खुल्लर बात करके कोई उचित समाधान नहीं निकालते तब तक शिक्षक व लैब अटेंडेंट सड़कों पर ही डटे रहेंगे। यदि 2 अप्रैल तक यदि मांगे नहीं मानी जाती तो एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने बताया, मुख्यमंत्री ने खास तौर पर कहा था कि कंप्यूटर टीचर्स की सैलरी 21715 रूपये की जाएगी, जबकि मात्र 7000 रूपये दिए जा रहे हैं। वहीं दूसरी और कंप्यूटर लैब अटेंडेंट को 11429 रुपए देने की बात की गई थी जबकि मात्र 4000 रूपये दिए जा रहे हैं जो कि शिक्षा विभाग की तानाशाही है।
अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे कंप्यूटर टीचर और पुलिस में गहमागहमी बनी रही। प्रदर्शनकारियों को रोकते हुए महिला पुलिस कर्मचारी और महिला प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि मंडल को सरकार से बात करने के लिए ले जाया गया।