Edited By Punjab Kesari, Updated: 08 Jan, 2018 10:10 PM
गीता जयंती में हुए खर्चों को लेकर सांसद दुष्यंत चौटाला ने आरटीआई लगाई। जिसमें आश्चर्यजनक खुलासे हुए हैं। इसी आरटीआई रिपोर्ट की एक कॉपी को सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए भाजपा सरकार को घेरा। जिसपर मुख्यमंत्री ने भी तीखी...
चंडीगढ़(धरणी): गीता जयंती में हुए खर्चों को लेकर सांसद दुष्यंत चौटाला ने आरटीआई लगाई। जिसमें आश्चर्यजनक खुलासे हुए हैं। इसी आरटीआई रिपोर्ट की एक कॉपी को सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए भाजपा सरकार को घेरा। जिसपर मुख्यमंत्री ने भी तीखी प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा कि, गीता जयंती पर खर्च हुआ है और यह खर्च हम आगे भी डंके की चोट पर करेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि, आरटीआई लगानी चाहिए उससे सूचना मिलती है। उन्होंने कहा कि, हम जो खर्च करते हैं सोच समझ कर करते हैं, जो खर्च हमने किया है, वह किसी ने 10 जन्म भी नहीं सोचा होगा। उन्होंने कहा कि, हमने गीता जयंती पर खर्च किया है, डंके की चोट पर किया है और आगे भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, कहा कि हम जो करते हैं, उससे मनुष्य निर्माण, समाज निर्माण होता है। सामाजिक चेतना जागृत होती है।
गौरतलब है कि, कुरुक्षेत्र अंतराष्ट्रीय गीता जयंती समारोह में खर्च पर सरकार पर व्यय किये जाने के मुद्दे पर सांसद दुष्यंत चौटाला ने आरटीआई के माध्यम से खुलासा किया कि, गीता महोत्सव में 10 गीता पुस्तकों की खरीद 3,79,500 रूपये में की गई है। इसके अलावा भी फिजूल खर्ची के आंकड़े सार्वजनिक होने पर मुख्यमंत्री ने यह प्रतिक्रिया दी है। सांसद दुष्यंत चौटाला ने इसे ट्वीटर हैंडल पर साझा किया है।
आर टी आई में कहा गया है कि गीता जयंती समारोह के लिए 30 हजार के गमले, 2 लाख के थैले, 3 लाख के मोमेंटो खरीदे गए। सरकार ने 6 लाख रुपये जादूगर को दे दिए। सरकार ने हेमामालिनी के शो पर 15 लाख खर्चे जबकि सफीदों की संस्था के 10 लाख रुपये व्यय दिखाए गए।