Edited By Punjab Kesari, Updated: 27 Feb, 2018 05:34 PM
फतेहाबाद में नगरपरिषद चेयरमैन दर्शन नागपाल व ईओ अमन ढांडा की अध्यक्षता में कमेटी की हंगामेदार बैठक हुई। बैठक में वर्ष 2018-19 के लिए कुल 13 करोड़ 30 लाख 58 हजार 60 रुपए का बजट अौर कुल 43 एजेंडे पास किए गए। वहीं पार्षद वजीर जाखड़ ने जबरदस्त हंगामा...
फतेहाबाद(रमेश भट्ट): फतेहाबाद(रमेश भट्ट): फतेहाबाद नगरपरिषद की बैठक काफी हंगामेदार रही। यह बैठक नगरपरिषद चेयरमैन दर्शन नागपाल व ईओ अमन ढांडा की अध्यक्षता में हुई। इसमें जहां वर्ष 2018-19 के लिए कुल 13 करोड़ 30 लाख 58 हजार 60 रुपए का बजट अौर कुल 43 प्रस्ताव पास किए गए। वहीं पार्षद वजीर जाखड़ ने जबरदस्त हंगामा किया। पार्षद ने अनदेखी, भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्रस्ताव की कॉपी फाड़ दी और बैठक का बहिष्कार कर चले गए। कमेटी का ओपनिंग बेलेंस 3 करोड़ 73 लाख 185 रुपए हैं और विभिन्न मुद्दों से कमेटी को 12 करोड़ 24 लाख 22 हजार रुपए की आमदन होनी है। इस प्रकार कमेटी के पास 15 करोड़ 97 लाख 93 हजार 883 रुपए का कुल आमदन है, इसमें 13 करोड़ 30 लाख 58 हजार 60 रुपए इस वर्ष खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक के एजेंडों में मुख्य रूप से बरसाती पानी की निकासी, बंदरों की समस्या, लाइट व सफाई का मुद्दा छाया रहा बैठक में सफाई कर्मियों की कमी का मुद्दा भी उठा।
शिकायत पर सुनवाई न करने, मनमानी व भेदभाव का लगाया आरोप
पार्षद वजीर जाखड़ ने बताया कि वे वार्ड के एक नागरिक की समस्या को लेकर नप. के अधिकारी के पास गए थे और समस्या से संबंधित रिकार्ड मांगा था मगर अधिकारी ने मना कर दिया। पार्षद का कहना है कि जब रिकार्ड नगर परिषद का है तो अधिकारी कैसे रोक सकता है। इस व्यवहार के खिलाफ ईओ को रिर्टन में 6 माह पहले शिकायत दी थी। जिस पर ईओ ने अधिकारी से स्पष्टीकरण भी मांगा था मगर अधिकारी 6 माह तक अपना जवाब नहीं दे पाया।
उन्होंने बताया कि अधिकारी का कहना है कि एमसी तो आना जाना रहता है, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि आज जब बैठक में ईओ से इस स्पष्टीकरण संबंध में जवाब मांगा तो उन्होंने अनसुना कर दिया। इसी बात को लेकर उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और उनके वार्ड में भेदभाव करते हुए कोई विकास कार्य नहीं करवाया जा रहा।