गांव कुणाल में खुदाई की लिये भारतीय पुरातत्व समिति से समझौता

Edited By Updated: 01 Mar, 2017 04:27 PM

chandigarh village settlement development saraswati

हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय मंत्री रामबिलास शर्मा की मौजूदगी में फतेहाबाद जिला के गांव कुणाल में पुरातात्विक खुदाई का कार्य शुरू करने के लिए मंगलवार को हरियाणा...

चंडीगढ़:हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय मंत्री रामबिलास शर्मा की मौजूदगी में फतेहाबाद जिला के गांव कुणाल में पुरातात्विक खुदाई का कार्य शुरू करने के लिए मंगलवार को हरियाणा राज्य पुरातत्व और संग्रहालय विभाग तथा भारतीय पुरातत्व समिति,नई दिल्ली के मध्य एक समझौता हुआ। समझौता ज्ञापन पर हरियाणा की ओर से विभाग की प्रधान सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा तथा भारतीय पुरातत्व समिति,नई दिल्ली की ओर से समिति के चेयरमैन डॉ. के.एन दीक्षित ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर विधायक मूलचंद शर्मा, विधायक टेकचंद शर्मा व हैफेड के चेयरमैन एवं विधायक हरविंद्र कल्याण व हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष  प्रशांत भारद्वाज भी उपस्थित थे।

एम.ओ.यू होने के बाद पुरातत्व एवं संग्रहालय मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि हरियाणा में जिला फतेहाबाद की तहसील रतिया के गांव कुणाल का स्थल प्राचीनतम हड़प्पाकालीन स्थलों में से एक है। इसमें आरंभिक हड़प्पा संस्कृति की आगे खोज करने और एक नई अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के मद्देनजर पुरातत्त्व एवं संग्रहालय विभाग और भारतीय पुरातात्विक सोसायटी, नई दिल्ली के बीच आज समझौता हुआ है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व वर्ष 1985-86 में हरियाणा राज्य पुरातत्वविभाग के तत्वावधान में स्वर्गीय जे.एस. खत्री और एम. आचार्य द्वारा पहली बार खुदाई का कार्य किया गया था। इस खुदाई के दौरान हड़प्पा सभ्यता के अध्ययन के इतिहास में पहली बार कुणाल में हमारे इस उपमहाद्वीप पर आरंभिक हड़प्पा संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हुए थे। उन्होंने कहा कि इस खुदाई का उद्देश्य इस स्थल की प्राचीन भौतिक संस्कृति को उजागर करना है। जहां मुख्य अवस्थापित क्षेत्र तीन-चार एकड़ है, जबकि विस्तारित क्षेत्र 9 एकड़ है। 

उन्होंने बताया कि कुणाल ने भारतीय उपमहाद्वीप में आरंभिक हड़प्पा सभ्यता के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और यहां खुदाई किए जाने से उत्कृष्ट हड़प्पा संस्कृति के उदय और इसके प्राचीन चरणों पर भविष्य में अनुसंधान के नए द्वार खुलेेंगे। इस स्थल पर पहले की गई खुदाई में विकसित जल निकासी प्रणाली के अवशेष मिले थे। इस खुदाई का उद्देश्य इस स्थल की प्रारंभिक भौतिक संस्कृति को उजागर करना है और इससे हजारों वर्ष पुरानी सभ्यता के इतिहास का पता चलेगा। इस अवसर पर हरियाणा राज्य पुरातत्व और संग्रहालय विभाग द्वारा संकलित किए गए 24 मॉनुमेंट्स का एक ब्रोसर का विमोचन भी किया गया।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!