Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Feb, 2018 09:34 AM
मिशन 2019 के लिए भाजपा ने हरियाणा में अपने लिए सबसे कमजोर जगह को शुरूआत के लिए चुना है। भाजपा ने जींद के महाभारत काल से भी पहले के सोम तीर्थ की शरण ली है। पांडवों ने भी महाभारत युद्ध से पहले जींद की धरती पर आकर जीत का आशीर्वाद लिया था।
जींद(ब्यूरो): मिशन 2019 के लिए भाजपा ने हरियाणा में अपने लिए सबसे कमजोर जगह को शुरूआत के लिए चुना है। भाजपा ने जींद के महाभारत काल से भी पहले के सोम तीर्थ की शरण ली है। पांडवों ने भी महाभारत युद्ध से पहले जींद की धरती पर आकर जीत का आशीर्वाद लिया था।
पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवी लाल से लेकर अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक जींद के इस राजनीतिक तीर्थ पर आकर ताकत हासिल करने का जींद का लंबा इतिहास है। 15 फरवरी को भाजपा जींद में अपनी राज्य स्तरीय बाइक रैली कर रही है। इसके जरिए भाजपा हरियाणा में अगले साल होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में अपनी ताकत तोलना चाहती है। उसकी ताकत कितनी है, इसका फैसला रैली में जुटने वाली भीड़ से होगा। 18 एकड़ के मैदान में लोगों के लिए कुॢसयां लगाई गई हैं। इन कुॢसयों को भरना भाजपा के लिए चुनौती होगा और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का कहना है कि 15 फरवरी को जींद में इतनी भीड़ होगी कि कुॢसयां कम पड़ जाएंगी।
2014 के विधानसभा चुनाव में जींद सहित उसके साथ लगते हिसार, सिरसा, सोनीपत, रोहतक, कैथल, फतेहाबाद जिलों में भी भाजपा बहुत कमजोर स्थिति में रही थी। इसे देखते हुए ही भाजपा ने अपनी इस राजनीतिक रूप से कमजोर जमीन से मिशन 2019 की शुरूआत का फैसला लिया है। वह यह संदेश देना चाहती है कि अब हरियाणा के जाटलैंड में भी भाजपा पहले जितनी कमजोर नहीं है।