Edited By Updated: 06 May, 2017 02:27 PM
उपमंडल बावल में उपमंडल स्तरीय न्यायालय स्थापित किया जाना लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेवाड़ी (मोहिंदर भारती):उपमंडल बावल में उपमंडल स्तरीय न्यायालय स्थापित किया जाना लोगों को शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। माननीय न्यायाधीश पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट एवं प्रशासनिक न्यायाधीश सैशन डिवीजन रेवाड़ी सुरिन्द्र गुप्ता ने आज बावल में सब डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कम एडिशनल सिविल जज कोर्ट का उद्घाटन करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय एवं हरियाणा सरकार का प्रयास है कि लोगों को उनके घर के नजदीक त्वरित गति से सस्ता व सुलभ न्याय मिले ताकि न्यायालयों पर मुकद्दमों के बोझ को भी कम किया जा सके। इस दिशा में उपमंडल स्तर पर न्यायालय स्थापित करने के साथ-साथ जिला एवं सत्र न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोगों को जल्द न्याय मिल सके और उनकी खून पसीने की गाढ़ी कमाई का अपव्यय न हो।
उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोक अदालतों के माध्यम से अपने केसों का निपटारा करवाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और उनको प्रेरित किया जा रहा है कि लोक अदालत में आपसी सहमति से केसों का निपटारा किया जाता है और इसमें दोनों पक्षों की जीत होती है तथा आपसी भाईचारा बना रहता है।
वर्तमान में पंचायत घर बावल में उपमंडल स्तरीय कोर्ट आरंभ की गई है और जल्दी ही आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित न्यायालय परिसर का निर्माण किया जाएगा जो कि आज का मार्डन न्यायालय होगा। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश के सभी न्यायालयों में अक्टूबर 2018 तक 2 वर्ष पुराना कोई भी केस लंबित न रहे।
कार्यक्रम के वशिष्ठ अतिथि न्यायाधीश पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट हरिपाल वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज से उपमंडल बावल में एडिशनल सिविल जज न्यायालय की सेवाएं आरंभ हो गई हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपमंडल बावल में ही अपने मुकद्दमों का निपटान करवाने की सुविधा मिलेगी। हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण विभिन्न सामाजिक मुद्दों जैसे कन्या भ्रण हत्या, जल संरक्षण, श्रमिक पंजीकरण, दहेज प्रथा, बाल विवाह, बंधुआ मजदूरी आदि पर भी विशेष रूप से कार्य कर रही है ताकि समाज के शोषित व्यक्तियों का कल्याण हो सके।
इस अवसर पर एडीजे दीपक अग्रवाल, एसके खंडूजा, प्रवीण गुप्ता, फलित शर्मा, सीजेएम मलपाल रमावत, तैय्यब हुसैन, एसडीजेएम बावल विशाल, पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया, एडीसी कैप्टन मनोज कुमार, तहसीलदार मनीष, बार प्रधान जसवीर सिंह, अधिवक्त जगबीर महलावत, मंजू देशवाल, नवल सिंह जांघू, हरिओम कौशिक, राजेश कौशिक, आरके शर्मा, भगत सिंह, सरजीत सिंह, राम महलावत, बिरेन्द्र सिंह महलावत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं अन्य न्यायाधीश व अधिवक्तागण उपस्थित रहे।