Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Jul, 2017 03:48 PM
सेना भर्ती का आयोजन गत दिवस राजीव गांधी खेल परिसर में किया गया, जिसमें पहले दिन पानीपत के हजारों जवानों ने भाग लिया। 10 दिन तक चलने वाली भर्ती प्रक्रिया के पहले
रोहतक:सेना भर्ती का आयोजन गत दिवस राजीव गांधी खेल परिसर में किया गया, जिसमें पहले दिन पानीपत के हजारों जवानों ने भाग लिया। भर्ती दो अगस्त तक चलेगी। वहीं भर्ती के लिए हिसार और अंबाला से भी सेना के अधिकारी और जवानों को बुलाया गया है। मैदान में नाप-तौल के बाद युवाओं को दौड़ कराई जाएगी। इसके बाद पुलअप और बाकी फिजिकल एक्टिविटी करवाई जाएगी। फिजिकल में फेल होने वालों को मैदान से बाहर निकाल दिया जाएगा, जबकि पास होने वाले अभ्यर्थियों को मेडिकल के लिए रख लिया जाएगा। 25 जुलाई को सोनीपत की गोहाना और गन्नौर तहसील, 26 जुलाई को सोनीपत और खरखौदा तहसील और 27 जुलाई को आरक्षित रखा गया है। 28 जुलाई को झज्जर जिले की बहादुरगढ़ और मातनहेल तहसील, 29 जुलाई को झज्जर और बेरी और 30 जुलाई को रोहतक और कलानौर तहसील के युवाओं को बुलाया गया है। 31 जुलाई को महम और सांपला के युवाओं का फिजिकल कराया जाएगा। एक और दो अगस्त को बैकलॉग में रहने वाले युवाओं की डॉक्टरी कराई जाएगी।
इन शर्तों को करना होगा पार
सेना भर्ती के लिए 1600 मीटर की दौड़ निर्धारित है। पांच मिनट 30 सेकेंड में दौड़ पास करने वाले अभ्यर्थी को ग्रुप वन में रखा जाएगा। इसके लिए 60 अंक मिलेंगे। पांच मिनट 31 सेकेंड से 45 सेकेंड तक के अभ्यर्थी ग्रुप टू में शामिल होंगे, जिन्हें 48 अंक मिलेंगे। इसी तरह 10 पुलअप के लिए 40 अंक, नौ पुलअप के लिए 33 अंक, आठ पुलअप के लिए 27 अंक, सात पुलअप के लिए 21 और छह पुलअप करने वाले को 16 अंक दिए जाएंगे। नौ फीट गड्ढा कूदना और जिगजैग बैलेंस पर चलना होगा।
10 दिन तक चलने वाली भर्ती प्रक्रिया के पहले दिन सुबह 2-अढ़ाई बजे ही दौड़ के लिए युवाओं की एंट्री शुरू कर दी गई। भारी तादाद में युवा शारीरिक परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे। सुबह करीब साढ़े 3 बजे दौड़ शुरू कर दी गई जिसमें युवाओं की फिटनैस को परखा गया। जो युवा दौड़ पूरी नहीं कर पाए, उन्हें बाहर निकाल दिया गया। जो युवा दौड़ में पास हुए, उन्हें अगली शारीरिक परीक्षा के लिए भेजा गया। शारीरिक परीक्षा के दौरान लांग जम्प सहित अन्य एक्टीविटी करवाई गई। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से भी पुख्ता इंतजाम किए गए और भर्ती पर नशे का साया न पड़े, इसके लिए बारीकी से युवाओं की जांच की गई। खेल परिसर में रात 2 बजे से उम्मीदवारों को प्रवेश देने का सिलसिला सुबह 7 बजे तक जारी रहा। आयोजन स्थल पर बैरीकेट लगाकर आयोजन स्थल पर व्यवस्थाओं को सम्भालने में सैन्य कर्मी जुटे रहे। इस दौरान उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड व आधार कार्ड जांचने के बाद ही रैली स्थल में प्रवेश दिया गया। भर्ती के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए स्टेडियम में काफी संख्या में सैनिक मौजूद रहे। सेना भर्ती को दलाली से दूर रखने की कोशिश की गई। कोई भी अभ्यर्थी प्रतिबंधित नशीली दवाइयों या नशे का इंजैक्शन का इस्तेमाल न करे, इस पर भी पैनी नजर रखी गई।