Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Jun, 2017 07:35 AM
एग्रो हरियाणा कर्मी सुभाष आत्महत्या के मामले में परिजनों ने 4 दिन तक लघु सचिवालय में धरना प्रदर्शन किया।
सोनीपत:एग्रो हरियाणा कर्मी सुभाष आत्महत्या के मामले में परिजनों ने 4 दिन तक लघु सचिवालय में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान मृतक की पत्नी ने पुलिस को बच्चों सहित आत्मदाह की धमकी दी थी। पुलिस ने मामले में सतर्कता दिखाते हुए 4 आरोपियों को काबू किया। गिरफ्तार आरोपी युवक कुलदीप उर्फ हांडा,राजकुमार उर्फ राजू, ओमदत्त उर्फ लीला व नरेशपाल उर्फ बिल्लू निवासी बल्ला करनाल के रहने वाले हैं।
पुलिस ने आरोपी युवकों को कोर्ट में पेश किया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मृतक के परिजनों ने मामले में पुलिस पर कोताही बरतने का आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी ने एक विधायक व उसके बेटे को गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं, पुलिस ने सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लघुसचिवालय के गेट व सड़क को जाम करने पर 9 लोगों को नामजद किया है। गांव मुरथल निवासी सुभाष (35) करनाल में हरियाणा एग्रो में परचेज इंचार्ज के पद पर थे। वह 20 मई को सोनीपत में पुरखास रोड पर आए थे। यहां पर उन्होंने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। बाद में उनकी मौत हो गई थी। परिजनों ने मामले में एक विधायक पर आरोप लगाया था कि उनके नाम पर 7 युवक सुभाष को प्रताडि़त करते थे। जिससे तंग आकर ही उसने आत्महत्या की है।
पुलिस ने मामले में सुभाष की पत्नी नीतू के बयान पर सुभाष के पास सिक्योरिटी एजैंसी की तरफ से कार्यरत 7 युवकों के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने मामले में गुरजीत, सोमदत्त, रविदत्त, सुनील, कुलदीप, नरेश पाल व राजकुमार को नामजद किया था। पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर लिया। जांच अधिकारी परमजीत ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
विधायक और उसके बेटे को गिरफ्तार करे पुलिस
एग्रो कर्मी की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस जान बुझकर विधायक व उसके बेटे को गिरफ्तार नहीं कर रही। कच्चे कर्मचारियों को गिरफ्तार कर केस को निपटाना चाहती है जबकि उन्होंने लिखित में विधायक व उसके बेटे के खिलाफ शिकायत दी है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली नेताओं के प्रति संवेदनशील है। जब तक पुलिस विधायक और उसके बेटे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करती तब तक वह चुप नहीं बैठेगी।