Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Nov, 2017 10:33 PM
सोनीपत प्रशासन ने एक तुगलकी फरमान जारी करते हुए पत्रकारों को मुख्यमंत्री से दूर रहने की सलाह दी है। जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी ने पत्र मंगलवार को जारी किया। जिसमें सभी पत्रकारों को मुख्यमंत्री से दूर रहने को कहा। इस नियम की अवहेलना करने पर...
सोनीपत (पवन राठी): सोनीपत प्रशासन ने एक तुगलकी फरमान जारी करते हुए पत्रकारों को मुख्यमंत्री से दूर रहने की सलाह दी है। जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी ने पत्र मंगलवार को जारी किया। जिसमें सभी पत्रकारों को मुख्यमंत्री से दूर रहने को कहा। इस नियम की अवहेलना करने पर धमकी भरे तरीके से कहा गया है कि यदि लापरवाही पाई जाती है तो आप सभी अपने जिम्मेवार होंगे।
प्रशासन के पत्र के अनुसार, माननीय मुख्यमंत्री से पत्रकारों द्वारा बार-बार पूछताछ करना मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बाधा पहुंचाता है। यदि पत्रकारों को कोई सवाल करना है तो उसके लिए केवर एक बार की अनुमति है। दोबारा सवाल पूछने का प्रयास न किया जाए। साथ ही कैमरामैनों को चेताया कि मुख्यमंत्री के पास बार-बार कैमरा न ले जाया जाए और प्रेस कांफ्रेस के दौरान मुख्यमंत्री से उचित दूरी बनाए रखें। प्रशासन ने यह पत्र जिला उपायुक्त सहित सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के निदेशक को भी भेजा है।
समीर पाल सरों ने दी सफाई
हरियाणा लोक संपर्क विभाग के महा निदेशक समीर पाल सारो ने सफाई देते हुए कहा कि विभाग ने ऐसे कोई निर्देश जारी नही किए हैं। उन्होंने कहा कि उक्त अधिकारी ने अपने स्तर पर ही ऐसा किया है। जिसके विरुद्ध अनुशासनात्मक करवाई की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया अडवाइजर अमित आर्य का कहना सोनीपत पब्लिक रिलेशन विभाग द्वारा जारी पत्र का सरकार और पब्लिक रिलेश विभाग से कोई लेना देना नही है।
गौरतलब है कि है कि सोनीपत के कुछ पत्रकारों ने डीपीआरओ सोनीपत द्वारा कथित रूप से जारी एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसके खिलाफ पंजाब केसरी ने आवाज उठाई। जैसे ही यह तुगलकी फरमान का पत्र जारी हो वायरल हुआ,चंडीगढ़ बैठे आला अधिकारी अवाक रह गए व डीपीआरओ के पत्र को गलत व गैर जिम्मेदराना ठहराते हुए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।