Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Mar, 2018 07:17 PM
बहादुरगढ़ नगर परिषद में एलईडी लाईटें खरीदने में करीब 72 लाख रूपये का घोटाला हुआ है। इस घोटाले के सबूत नगर परिषद के 15 पार्षदों ने सामने रखे हैं। पार्षदों ने नगर परिषद की चेयरपर्सन और भाजपा विधायक पर मिलीभगत कर ये घोटाला करने के आरोप लगाए हैं और...
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): बहादुरगढ़ नगर परिषद में एलईडी लाईटें खरीदने में करीब 72 लाख रूपये का घोटाला हुआ है। इस घोटाले के सबूत नगर परिषद के 15 पार्षदों ने सामने रखे हैं। पार्षदों ने नगर परिषद की चेयरपर्सन और भाजपा विधायक पर मिलीभगत कर ये घोटाला करने के आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री से इसकी जाचं की मांग की है।
2700 रूपये की एलईडी 5200 में
जानकारी के मुताबिक, जिस एचपीएल कम्पनी की 45 वाट की एलईडी लाईट के लिए एक पार्षद ने 2700 रूपये दिए वहीं लाईट नगर परिषद ने 5200 रूपये में खरीदी है। अक्टूबर महीने में नगर परिषद ने एलईडी लाईटों की खरीद के लिए 18 टेंडर खोले थे। 18 टेंडर के जरिए नगर परिषद ने 31 वार्डों के लिए 2880 एलईडी लाईटें खरीदी थी। यानि कि 2500 रूपये एक लाईट के हिसाब से परिषद ने ज्यादा खर्च किया।
कांग्रसी चेयरपर्सन और भाजपा विधायक पर आरोप
नगर परिषद के पार्षदों का आरोप है कि इस घोटाला को कांग्रेस की चेयरपर्सन शीला राठी और भाजपा विधायक नरेश कौशिक ने मिलजुल कर अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि एलईडी लाईटों के लिए नियम कायदों को भी ताक पर रखा गया। एक समान काम के अलग-अलग 18 टेंडर लगाए गए, जबकि नियम है कि एक काम का एक ही टेंडर लगाया जा सकता है। पार्षदों का कहना है कि नगर परिषद में मनमानी होती है और विकास के नाम पर भ्रष्टाचार को बढ़ाया जा रहा है। पार्षदों ने इस मामले में मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है।
एलईडी लाईटों की खरीद में ये भी सामने आया था कि जिस पायरोटैक कम्पनी में एलईडी टैंडर का वर्क आर्डर बहादुरगढ़ नगर परिषद से 5456 रूपये प्रति लाईट लिया था, उसी कम्पनी ने झज्जर में उसी लाईट के लिए टेंडर 3996 रूपये प्रति लाईट के लिए भरा था।