Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Mar, 2018 11:01 AM
सांसद राजकुमार सैनी ने एक बार फिर सरकारी नौकरियों में विशेष जाति के लोगों की सबसे अधिक हिस्सेदारी पर सवाल उठाए और कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहले हरियाणा में जो भी 3-4 सी.एम. रहे, उन्होंने केवल विशेष जाति के अपने ही लोगों को सरकारी नौकरियों में...
कैथल(ब्यूरो): सांसद राजकुमार सैनी ने एक बार फिर सरकारी नौकरियों में विशेष जाति के लोगों की सबसे अधिक हिस्सेदारी पर सवाल उठाए और कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहले हरियाणा में जो भी 3-4 सी.एम. रहे, उन्होंने केवल विशेष जाति के अपने ही लोगों को सरकारी नौकरियों में एडजस्ट किया है। वहीं उन्होंने लोकसभा में तेलगू देशम पार्टी (टी.डी.पी.) द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को नोटंकी बताया और कहा कि भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है।
सांसद कैथल लोकनिर्माण विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने जातिगत आंकड़ों की जारी की गई लिस्ट दिखाते हुए कहा कि सरकार ने 4 माह पहले जो सरकारी कर्मचारियों के जातिगत आंकड़े पेश किए थे, उनमें विशेष जाति के कर्मचारियों की संख्या कुल कर्मचारियों में 30 प्रतिशत के करीब थी, जबकि इन आंकड़ों में शिक्षा विभाग सहित अन्य कई विभागों में कार्यरत करीब 69000 कर्मचारियों ने अपनी जाति ही नहीं बताई है। सांसद ने कहा कि अगर इनकी भी जाति पूछ ली जाए तो विशेष जाति के लोगों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी।
वहीं सांसद ने 2019 के चुनावों को लेकर जनता से कहा कि सबको परखा बार-बार, हमें भी परखो एक बार। उन्होंने 2019 के चुनावों में किसी पार्टी से गठबंधन की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि वह किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे और अकेले चुनाव मैदान में आएंगे।