Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Feb, 2018 12:52 PM
प्रदेश में बिजली निगम की ओर से कम कीमत पर बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ लाइन लॉस को भी कम करने की दिशा में जो कार्य योजना शुरू की गई थी। उसके सार्थक परिणाम आ रहे हैं। गांवों में 24 घंटे बिजली देने की कवायद के तहत सरकार ने एक जुलाई...
हिसार(ब्यूरो): प्रदेश में बिजली निगम की ओर से कम कीमत पर बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ लाइन लॉस को भी कम करने की दिशा में जो कार्य योजना शुरू की गई थी। उसके सार्थक परिणाम आ रहे हैं। गांवों में 24 घंटे बिजली देने की कवायद के तहत सरकार ने एक जुलाई 2015 को ‘म्हारा गांव जगमग गांव’ योजना शुरू की गई थी। उस वक्त प्रदेश के कुल 1768 ग्रामीण फीडरों में से केवल 18 फीडर ही ऐसे थे। जहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति होती थी।
मगर इस योजना को कारगर ढंग से लागू करने का ही नतीजा है कि आज लगभग इन अढ़ाई वर्षों में प्रदेश के 1811 गांवों के 400 फीडरों पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति होने लगी है। वर्तमान में प्रदेश के 5 जिलों पंचकूला, अम्बाला, गुरुग्राम, फरीदाबाद व सिरसा के साथ करीब आधे फतेहाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। निगम का लक्ष्य है कि आधे फतेहाबाद को 31 मार्च 2018 तक इसी श्रेणी में लाया जाएगा और प्रदेश के 4 अन्य जिलों यमुनानगर, करनाल, कुरूक्षेत्र और रेवाड़ी को भी प्राथमिकता के आधार पर इसी वर्ष में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने का टारगेट रखा गया है।
लाइन लॉस भी कम
निगम का लाइन लॉस पहले 37 प्रतिशत व दक्षिण का 24 प्रतिशत था। मगर विभाग की गतिशीलता के चलते इस लॉस में मार्च 2017 में काफी सुधार हुआ व उत्तर का लॉस कम होकर 30.7 प्रतिशत व दक्षिण का 21.15 प्रतिशत रह गया। दोनों निगमों का संयुक्त लाइनलॉस 25.5 प्रतिशत आंका गया। मार्च 2017 से नवम्बर 2017 तक दोनों निगमों का लाइनलॉस करीब 21 प्रतिशत रह गया। यदि सरकारी विभागों से बिलों की अदायगी हो जाती है। फिर मार्च 2018 तक यह लाइनलॉस 20 प्रतिशत रहने की संभावना है। निगम की ओर से 31 मार्च 2019 तक संयुक्त लाइनलॉस 15 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य है।