10वीं के रिजल्ट से नाराज बेटियों की PM को चिट्ठी, पूछा- क्या ऐसे पढ़ पाएंगी बेटियां

Edited By Updated: 25 May, 2017 11:23 AM

10th school girls written letter to pm

हरियाणा शिक्षा बोर्ड की कथित लाहपरवाही का खामियाजा स्कूली बच्चों को  भुगतना पड़ रहा है। हाल ही में हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवीं की परीक्षा का परिणाम नेट पर घोषित

कैथल(रमन गुप्ता):हरियाणा शिक्षा बोर्ड की कथित लाहपरवाही का खामियाजा स्कूली बच्चों को  भुगतना पड़ रहा है। हाल ही में हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवीं की परीक्षा का परिणाम नेट पर घोषित कर दिया। लेकिन चंद घंटे बाद बोर्ड द्वारा रिवाइज्ड परिणाम नेट पर डाल दिया गया। पहले घोषित परिणाम में जो बच्चे पास थे उनमें  से अधिकतर को फेल घोषित कर दिया और कई स्टूडेंट्स को कई विषयों में फेल दिखाया गया। बोर्ड की कार्रवाई से स्टूडेंट्स में एकाएक रोष फ़ैल गया और रोषस्वरूप कई छात्राअों ने पिहोवा चौक पर धरना दिया।  बाद में डीईओ के आश्वासन के बाद जाम खोला गया।

इन छात्राओं ने प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखा है कि हैलो पीएम सर, आपको हमारा नमस्कार। आपकी बेटियों को फेल कर दिया गया है। वैसे तो आप बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात कहते हैं, लेकिन उन्हें जान-बूझ कर फेल कर दिया गया है। टीचर कहते हैं कि रि-चेकिंग के फार्म भर दो, लेकिन जिन बच्चों के माता पिता 1500 रुपए प्रति माह कमाते हैं वे बच्चे कैसे रि-चेकिंग का फार्म भरेंगे। मां-बाप हमारी पढ़ाई रोककर शादी ही करवा देंगे। 

वहीं, भिवानी बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह का कहना है कि परिणाम जारी करने के दिन जरूर प्रोग्रामिंग में दिक्कत थी। जिसमें 100 नंबर की जगह 10 नंबर दिखा दिए गए थे। इन छात्राओं ने पुराना परिणाम डाउनलोड किया होगा। छात्राएं दोबारा अपना रिजल्ट देखें इसके बाद भी कोई दिक्कत है तो स्कूल बोर्ड से संपर्क करे।

डीईओ ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि जिस भी छात्रा को अपने परिणाम पर शंका है, वह शिकायत दे। वह सुबह स्कूल में पहुंच कर शिकायत प्राप्त करेंगे और बिना किसी फीस के उनकी रि-चेकिंग करवाई जाएगी। बेटियों को अधिकारियों पर यकीन नहीं था। बेटियों ने कहा कि उन्हें लिखित में दो कि उनकी समस्या का समाधान होगा। मुश्किल से किसी तरह समझा-बुझाकर वे सड़क से हटने पर राजी हुईं।

चंदाना गेट निवासी मुस्कान ने बताया कि चार बजे परीक्षा परिणाम आया उसमें 350 नंबर आए। सात बजे रिजल्ट आया तो उसे मैथ अंग्रेजी में फेल कर दिया गया। ज्योति ने बताया पहले उसके 348 नंबर थे, बाद में उसे मैथ साइंस में फेल कर दिया। सीमा ने बताया कि उसके 320 अंक थे। बाद में मैथ, साइंस अंग्रेजी में फेल कर दिया। स्कूल के अनुसार 10वीं में 249 बच्चों ने पेपर दिया था। इसमें से मात्र 72 बच्चे ही पास हुए हैं।

गांवरावली में 10वीं के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर अभिभावकों ने बुधवार को 6 घंटे तक स्कूल गेट पर ताला लगाए रखा। लोगों ने शिक्षकाें को भी अंदर नहीं घुसने दिया। सरपंच शिव चंद ने बताया कि बीते तीन साल से स्कूल का परिणाम खराब रहा है। इस बार दसवीं के 39 छात्रों ने परीक्षा दी और सभी फेल हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि टीचर यहां केवल हाजिरी लगाने आते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी सुगर सिंह ने शिक्षकों के स्थानांतरण का आश्वासन दिया तब ग्रामीण माने।

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