Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Nov, 2017 04:11 PM
शहर के चारों तरफ फैली बिजली की तार आए दिन हादसों को न्यौता दे रहे हैं। जगह-जगह लटक रही ढीली तारों के कारण स्थिती काफी गंभीर बनी हुई है। खासतौर पर ट्रांसफार्मरों और लोगों के घरों के आस-पास इस तरह से फैला तारों का जाल आने वाले किसी बडे हादसे का संकेत...
गुडग़ांव(ललिता):शहर के चारों तरफ फैली बिजली की तार आए दिन हादसों को न्यौता दे रहे हैं। जगह-जगह लटक रही ढीली तारों के कारण स्थिती काफी गंभीर बनी हुई है। खासतौर पर ट्रांसफार्मरों और लोगों के घरों के आस-पास इस तरह से फैला तारों का जाल आने वाले किसी बडे हादसे का संकेत है। तारों के बीच से स्कूली बच्चों और स्कूली बसों का रोज आवागमन होता है। शहरभर में लटकी ढीली तारों के कारण कभी भी कोई बडा हादसा हो सकता है। सोमवार को करीब चौक के पास हुआ हादसा इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण हैं।
शहर में फैली तारों के जाल को खत्म करने के लिए सिटी में अगले माह से स्मार्ट ग्रिड प्रोजेक्ट की शुरूआत होने को है, लेकिन इस प्रोजेक्ट में भी अभी 15 माह का समय लगेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का बडा हादसा हो सकता है। इस प्रोजेक्ट का काम लगभग डेढ़ साल में पूरा होगा तो इतने लंबे समय में किसी भी बडे हादसे से शहर को बचाने के लिए बिजली निगम की ओर से कोई विशेष प्रबंध नही किया गया है। ट्रांसफार्मरो के नीचे भी कई तार खुले पडे हैं, ट्रांसफार्मरों की घेराबंदी के लिए कोई उपाय नही किए गए हैं। ऐसे में इन तारों से कभी भी कोई बडा हादसा हो सकता है।
अनिल कुमार गोयल, एस ई
ट्रांसफार्मरों के ऊपर नीचे फैले तारों के जाल को खत्म करने के लिए स्मार्ट ग्रिड प्रोजेक्ट पर शुरू किया गया है। उसमें करीब 15 माह का समय लगेगा, लेकिन इस बीच किसी भी प्रकार की दुर्घटना या हादसा न हो इसके लिए बिजली निगम के सभी कार्यकारी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं।