Edited By Updated: 30 Aug, 2015 06:49 PM
प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय ने गरीब तबके के बच्चों को एडमिशन देने में मनमानी करने पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है
गुडग़ांव, (प्रवीन) : प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय ने गरीब तबके के बच्चों को एडमिशन देने में मनमानी करने पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अगर अब प्राइवेट स्कूलों द्वारा 134ए के तहत बच्चों को एडमिशन देने से मना किया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने प्रदेशभर के सभी जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) एवं जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) को सख्त निर्देश दिए हैं कि उनके जिले के अंतर्गत आने वाला कोई भी प्राइवेट स्कूल 134ए के तहत गरीब तबके के बच्चों को एडमिशन देने में आनाकानी करता है तो उसकी लिस्ट तुरंत शिक्षा विभाग को भेजी जाए। इसके बाद अब सीधे एजुकेशन डायरेक्टर की ओर से उक्त प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विदित है कि 134ए के तहत गरीब तबके के बच्चों को प्राइवेट स्कूल एडमिशन नहीं दे रहे थे। यह मामला गुडग़ांव ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी है, जहां प्राइवेट स्कूल एडमिशन नहीं दे रहे। गुडग़ांव में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालयों पर अभिभावकों ने हंगामा भी किया था। इसकी शिकायत जिला प्रशासन सहित केन्द्रीय मंत्री को भी की गई। अभी तक जिला स्तर पर अधिकारी मामले को संभाल रहे थे। जिस कारण प्राइवेट स्कूल मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे थे, लेकिन अब विभागीय आदेश आने के बाद एडमिशन दिलवाने का पूरा जिम्मा जिला शिक्षा अधिकारियों का होगा।
बता दें 134ए के तहत एडमिशन को लेकर ड्रा गत 14 अगस्त को निकाला गया था, लेकिन अभिभावकों ने बच्चाें काे एडमिशन नहीं मिल पाने पर काफी विरोध जताते हुए प्रदर्शन भी किए। इसके 15 दिन बाद शिक्षा निदेशालय ने मनमानी करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।