Edited By Punjab Kesari, Updated: 26 Nov, 2017 02:37 PM
दूध का सेवन करने वाले लोग सावधान रहें क्योंकि क्षेत्र में दूध के नाम पर जहर बेचा जा रहा है। इसका खुलासा कई बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए दूध के सैंपलों के फेल नमूनों से हो चुका है। शहर में मिलावटी दूध का गोरखधंधा करने वाले लोग मोटा मुनाफा कमाने...
टोहाना(विजेंद्र):दूध का सेवन करने वाले लोग सावधान रहें क्योंकि क्षेत्र में दूध के नाम पर जहर बेचा जा रहा है। इसका खुलासा कई बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए दूध के सैंपलों के फेल नमूनों से हो चुका है। शहर में मिलावटी दूध का गोरखधंधा करने वाले लोग मोटा मुनाफा कमाने की चाह में जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता का कहना है कि पहले दीपावली व अन्य त्यौहारों पर ही मिलावटखोर सक्रिय रहते थे लेकिन अब तो मिलावटखोरों ने अपने नैटवर्क का पूरा जाल फैला रखा है।
यह मिलावटखोर सूखे दूध के पाऊडर, ग्लूकोज, रिफाइंड आदि अन्य पदार्थ मिलाकर मिक्सी में दूध जैसा तरल पदार्थ तैयार करते हैं व उसे दूध बताकर लोगों को 30 से 35 रुपए प्रति लीटर सप्लाई करते हैं। इस मिलावटी दूध का सेवन कर लोग बीमार हो रहे हैं। इस समय चल रहे शादियों के सीजन में यह मिलावटखोर मिलावटी दूध की सप्लाई कर जमकर चांदी कूट रहे हैं। असली दूध शहर में 50-55 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है
जबकि मिलावटी दूध 30-35 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध है
चिकित्सकों के अनुसार मिलावटी दूध के सेवन से स्वास्थ्य कमजोर हो जाता है व पाचन शक्ति को नुक्सान होता है। क्षेत्र के नागरिकों व समाजसेवी संस्थाओं ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग को मिलावटी दूध का कारोबार करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। इसके लिए विभाग दूध के सैंपल लेकर जांच करे ताकि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो।
क्या कहना है एस.एम.ओ. का
इस बारे में एस.एम.ओ. डा. सतीश गर्ग ने बताया कि विभाग द्वारा क्षेत्र में समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। विभाग द्वारा लिए गए सैंपलों में सबसे अधिक सैंपल दूध के ही होते हैं।