Edited By Updated: 26 Nov, 2015 12:46 PM
ईमानदारी अभी भी जिंदा है जिसका जीता जागता उदाहरण एच.डी.एफ.सी. बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत कपिल चोपड़ा और उसके सहयोगी नवनीत कुमार ने उस समय दिया जब एक उपभोक्ता ने जमा करवाए गए करीब साढ़े 11 लाख रुपए से 1 लाख रुपए अधिक दे दिए।
रतिया (शैलेन्द्र): ईमानदारी अभी भी जिंदा है जिसका जीता जागता उदाहरण एच.डी.एफ.सी. बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत कपिल चोपड़ा और उसके सहयोगी नवनीत कुमार ने उस समय दिया जब एक उपभोक्ता ने जमा करवाए गए करीब साढ़े 11 लाख रुपए से 1 लाख रुपए अधिक दे दिए। बैंक के प्रबंधक जोगिन्द्र सिंह के प्रयासों और सी.सी. कैमरों की पहचान के बाद मंगलवार रात ही उपभोक्ता को बैंक में बुलाकर एक लाख की राशि लौटा दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब अढ़ाई बजे गांव चंदो कलां का गुरसेवक सिंह तथा उसका भतीजा जोधा सिंह एच.डी.एफ.सी. बैंक में करीब साढ़े 11 लाख रुपए की राशि जमा करवाने गए थे और प्रयुक्त राशि एक बैग में ही लेकर आए थे। बताया जाता है कि संबंधित उपभोक्ता द्वारा भरे गए वाऊचर के आधार पर कैशियर ने भी उपरोक्त साढ़े 11 लाख रुपए की राशि को उसके खाते में जमा कर दिया था लेकिन बैंक बंद करने के पश्चात जब पूरी राशि का मिलान किया गया तो करीब एक लाख रुपए की राशि में वृद्धि आ गई। उन्होंने बैंक प्रबंधक से संपर्क किया तो उन्होंने कैशियर की ईमानदारी को उनके समक्ष रखा और उपरोक्त राशि को सुरक्षित लौटा दिया। ईमानदारी को लेकर संबंधित उपभोक्ताओं ने कैशियर के कार्य की प्रशंसा की।